नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बढ़ रहे कोरोना मामले के देखते हुए केंद्र सरकार से लेकर कई राज्य सरकारें भी सोचनें पर मजबूर हो गई हैं। पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में 35 हजार से भी ज्यादा नये मामले सामने आये हैं। वही इस महामारी के कारण पिछले 24 घंटे में 172 लोगो ने अपनी जान गंवाई है। बढ़ रहे कोरोना मामले को देखते हुए एक्सपर्ट भी चिंता जाहिर कर रहें हैं।
वहीं इसी कड़ी में दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी माना कि देश दूसरे लहर की ओर बढ़ रहा है। इस दौरान उन्होने कहा कि “हम दूसरी लहर की तरफ बढ़ रहे हैं, वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाने की जरूरत है।
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि “जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन देने से मौत के आंकड़ों में कमी दिखेगी। हमें एक दिन में कम से कम 50 लाख डोज देने की जरूरत है, इसके साथ ही वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।”
डॉक्टर गुलेरिया ने यह भी माना कि अभी स्थिति बेकाबू नहीं हुई है। उन्होने आगे कहा कि “अभी स्थिति बेकाबू नहीं हुई है, हमें बस पिछले साल सीखे गए सबक को फिर आजमाना है, कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा, टेस्टिंग, ट्रैकिंग और आइसोलेशन पर जोर देना होगा, ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर हो, जो पॉजिटिव केस हों, उन्हें आइसोलेट करें।”
उन्होने उन दावों के खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि भारतीय वैक्सीन लेने से खून का थक्का बन रहा है। इस मामले पर उन्होने कहा कि “यूरोप और ब्रिटेन में अब तक 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगाई गई है। भारत में 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी है। इसमें बड़ी तादाद में कोविशील्ड वैक्सीन लेने वाले हैं, लेकिन खून के थक्का बनने का कोई मामला सामने नहीं आया है।”
उन्होने लोगो की गलतियों को बताते हुए कहा कि दूसरा लहर आने का केलव इतना ही कारण है कि “लोग ऐसा मानकर चल रहे हैं कि महामारी खत्म हो गई है इसलिए वे किसी भी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। मास्क नहीं लगा रहे, इस वजह से केस बढ़ रहे हैं, कुछ ऐसे नए स्ट्रेन आए हैं जो और ज्यादा तेजी से फैल सकते हैं।”