सिल्वर गर्ल भारत लौटीं: मीराबाई चानू को दिल्ली एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर

नई दिल्ली। भारत को टोक्यो ओलिंपिक में पहला मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू टोक्यो से भारत लौट आई हैं। मीरा का सिल्वर मेडल इस बार के ओलिंपिक में अब तक भारत का इकलौता मेडल रहा है। वे ओलिंपिक के पहले दिन मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट भी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर मीराबाई का जोरदार स्वागत किया गया।

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एयरपोर्ट स्टाफ ने भारत माता की जय के नारे लगाए। साथ ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इस दौरान मीरा की RT-PCR जांच भी की गई। मीरा के साथ उनके कोच विजय शर्मा भी लौटे हैं।

एयरपोर्ट पर फूलों के साथ ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट वेटलिफ्टर मीराबाई चानू का स्वागत किया गया।
एयरपोर्ट पर फूलों के साथ ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट वेटलिफ्टर मीराबाई चानू का स्वागत किया गया।
एयरपोर्ट पर ही मीराबाई का कोरोना टेस्ट भी किया गया।
एयरपोर्ट पर ही मीराबाई का कोरोना टेस्ट भी किया गया।

US जाने से मेडल जीतने में मदद मिली
दिल्ली पहुंचने के बाद मीराबाई ने कहा- तैयारियों के लिए US जाना मेरे लिए फायदेमंद साबित हुआ। इससे मेरी ओलिंपिक की तैयारियों में मदद मिली। एक समय था जब कोरोना की वजह से अमेरिका के लिए सभी फ्लाइटें बंद हो गई थीं। पर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरी मदद की। इस तरह मैं अमेरिका पहुंच पाई। US में मुझे हर तरह की सुविधाएं मिली। टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम से भी मुझे काफी मदद मिली।

ट्रैनिंग पैटर्न बदला और काफी मेहनत की
इवेंट वाले दिन को लेकर पूछे जाने पर मीराबाई ने बताया कि ओलिंपिक मेडल जीतना मेरा सपना था। रियो ओलिंपिक के बाद मैंने ट्रेनिंग पैटर्न बदला। मैं और मेरे कोच विजय शर्मा ने पिछले 5 साल को ओलिंपिक की तैयारियों में झोंक दिया। मैंने अपने सपने के लिए कई त्याग किए। इसी वजह से कामयाबी को छू सके हैं।

इवेंट वाले दिन आत्मविश्वास कम नहीं होने दिया
मीरा ने कहा- इवेंट वाले दिन मैं बहुत नर्वस थी। मेरे देश को लोगों को मुझसे काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, इस वजह से मैंने अपने आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया। मुझे पता था, जो भी हो जाए अपना बेस्ट देना है। चीन इस स्पोर्ट्स में काफी मजबूत है, लेकिन मैंने अपने अपोजिट खिलाड़ी को कड़ी टक्कर दी। 5 साल में की गई मेहनत कामयाब हो गई।

एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने मीरा का शानदार स्वागत किया।
एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने मीरा का शानदार स्वागत किया।
दिल्ली एयरपोर्ट पर मीराबाई चानू और कोच विजय शर्मा।
दिल्ली एयरपोर्ट पर मीराबाई चानू और कोच विजय शर्मा।

इससे पहले मीरा ने टोक्यो एयरपोर्ट से लौटते वक्त की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। इसके कैप्शन में लिखा- घर के लिए रवाना हो रही हूं। मेरी जिंदगी के खास यादगार लम्हों के लिए थैंक यू टोक्यो। चानू के इस ट्वीट को 5 घंटे के अंदर करीब लाखों लाइक्स और 5 हजार से ज्यादा री-ट्वीट मिले।

मल्लेश्वरी के बाद वेटलिफ्टिंग में दूसरा मेडल
वेटलिफ्टर चानू ने शनिवार को महिलाओं की 49 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता। वेटलिफ्टिंग में मीरा मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी एथलीट हैं। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 2000 सिडनी ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

मणिपुर सरकार मीरा को 1 करोड़ रु. देगी
मणिपुर सरकार की तरफ से भी मीरा को 1 करोड़ रुपए की इनाम राशि दी जाएगी। इसके साथ ही राज्स सरकार ने मीरा को एक और इनाम दिया है। राज्य सरकार ने उन्हें एडिशनल SP नियुक्त किया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मीराबाई एडिशनल एसी (स्पोर्ट्स) के पद पर तैनात करने का फैसला लिया है।

मीराबाई ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मैंने और मेरी मां ने इस जीत के लिए कई त्याग किए हैं। उन्होंने कहा कि पिज्जा खाए हुए काफी समय हो गया है। इस जीत के बाद सबसे पहले मैं पिज्जा खाऊंगी।इसके बाद रेस्टोरेंट चेन डोमिनोज ने मीरा को जीवनभर के लिए मुफ्त पिज्जा देने की पेशकश की है। डोमिनोज ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- आपने कहा और हमने सुन लिया। हम नहीं चाहते कि मीराबाई चानू फिर से खाने के लिए इंतजार करें। इसलिए हम उन्हें जीवनभर मुफ्त में पिज्जा देंगे।

डोमिनोज ने मीराबाई को बधाई भी दी
डोमिनोज ने लिखा- देश के लिए मेडल जीतने के लिए मीरा को बधाई। आपने सभी भारतीयों के सपने को साकार किया। हमारे लिए इससे ज्यादा खुशी की बात नहीं होगी कि हम आपको जीवनभर डोमिनोज का पिज्जा मुफ्त में दें। डोमिनोज ने इससे पहले शनिवार को मेडल जीतने के बाद मीराबाई के परिजनों के घर भी पिज्जा भेजे थे।

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