फायरिंग के दौरान एक को उठा ले गयी थी नेपाल पुलिस, छूटने के बाद बयां की आपबीती

सीतामढ़ी। बिहार में सीतामढ़ी जिले के जानकी नगर स्थित लालबंदी बॉर्डर के पास शुक्रवार सुबह 9:30 बजे गांववालों और नेपाल सशस्त्र बल के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। नेपाली पुलिस की फायरिंग में एक भारतीय की मौत हो गई, जबकि दो जख्मी हो गए। यहां के लगन राय को नेपाल पुलिस उठाकर ले गई थी। भारत और नेपाल के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद शनिवार को नेपाल पुलिस ने लगन को छोड़ दिया।

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भारत आकर लगन ने शुक्रवार को हुई घटना के बारे में बताया। लगन ने कहा कि नेपाल की पुलिस मुझे उठाकर संग्रामपुर ले गई। मुझे राइफल की बट से मारा गया। यह कबूलने के लिए दबाव बनाया कि पुलिस ने मुझे नेपाल में पकड़ा। जबकि सच्चाई यह है कि पुलिस मुझे भारत से उठाकर ले गई थी।

बहू नेपाल की, वह बॉर्डर पर मां से मिलने गई थी
लगन ने कहा कि मेरे बेटे की शादी नेपाल की लड़की से हुई है। बॉर्डर पर उसकी पत्नी अपनी मां से मिलने गई थी। मेरा बेटा भी उसके साथ गया था। बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने रोक लिया। नेपाल पुलिस ने मेरे बेटे को डंडों से पीटा। सूचना मिली तब मैं वहां पहुंचा। नेपाल पुलिस से पिटाई की वजह पूछी तो मेरे साथ भी बदसलूकी की गई। बॉर्डर पर मौजूद नेपाल पुलिस के अफसर ने 10 जवानों को मौके पर बुलाया। इन्हीं जवानों ने बॉर्डर पार से फायरिंग की, जिसमें एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।

नेपाल पुलिस की पिटाई से लगन राय की पीठ पर बने निशान।

 

यह है मामला
नेपाल की तरफ से शुक्रवार को सोनबरसा के जानकी नगर स्थित बॉर्डर पर फायरिंग हुई थी। इसमें एक युवक की मौत हो गई। तीन घायल हुए। दो लोगों की हालत गंभीर बताई गई है। जानकीनगर बिहार के सीतामढ़ी जिले में आता है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीजी कुमार राजेश चंद्रा ने कहा था- यह आपसी विवाद का मामला है। रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दी है।

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