भारत की अखंडता व संप्रभुता सर्वोच्च, व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदानः प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गलवाना घाटी में भारत-चीन के बीच बने तनाव की स्थिति में देश को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता।
मोदी ने बुधवार को 15 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान गलवान घाटी में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बैठक में शामिल गृहमंत्री अमित शाह और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने शहीद जवानों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बैठक की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।’
उन्होंने कहा कि किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। जब भी भारत को उकसाया गया है, तो भारत ने जवाब दिया है। चाहे वह किसी भी तरह की स्थिति क्यों न हो।

इस बलिदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता- अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- मैं उन परिवारों को नमन करता हूं जिन्होंने देश की सेना को ऐसे वीर सपूत दिए। इस शहादत के लिए भारत हमेशा सैनिकों का आभारी रहेगा। चीन-भारत सीमा पर शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ मोदी सरकार और पूरा देश खड़ा है। अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए जान गंवाने वाले वीरों के बलिदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। पूरा राष्ट्र हमारे अमर वीरों को नमन करता है, जिन्होंने भारत की मिट्टी की रक्षा करते हुए खुद को बलिदान कर दिया।

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प्रधानमंत्री ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि गलवान में सैनिकों को खोना बेहद परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपरा को निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।

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