अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को मंदिर निर्माण का भूमि पूजन करेंगे। इस दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम कोरोना संक्रमण के चलते हुए सिकुड़ने लगे हैं। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम अब भजन गायन व रामायण पाठ में बदल गए हैं। ये भजन गायन 25 स्थानों पर होंगे जहां कोरोना का संक्रमण का केस नहीं हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जिन लोगों को जन्मभूमि परिसर में काम के लिए रखा जा रहा है उनकी कोरोना की जांच हो रही है।
अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डाॅ. वाईपी सिंह ने बताया कि जिन स्थानों पर कार्यक्रम होने हैं वे बदले जा रहे हैं। पीएमओ की गाइडलाइंस कोरोना को लेकर सख्त है। अब 75 कलाकार तीन-तीन की टोली बनाकर स्पेशल साउंड सिस्टम के सामने दो-दो मीटर की दूरी पर बैठ कर भजन गायन करेगें। सभी कलाकार मास्क लगा कर कार्यक्रम पेश करेंगे। इधर, राम जन्मभूमि परिसर में कोरोना के 16 केस मिलने के बाद अब कार्यक्रम की नए सिरे से प्लान किया जा रहा है।
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में तैनात लोगों व सुरक्षा कर्मियों की नियमित कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है। यह प्रक्रिया 7 जुलाई से चल रही है। पहले भी दो पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिन्हें एक हफ्ते के लिए क्वारैंटाइन किया गया था। 29 जुलाई को जो पुलिस कर्मी पॉजिटिव पाए गए और इसके अलावा रामलला के सह पुजारी में भी कोरोना पॉजिटिव मिला है इनको आइसोलेशन में करके परिसर को सैनिटाइज किया गया है।
राम जन्मभूमि परिसर में कोरोना टेस्ट की प्रक्रिया जारी रहेगी। पीएम के कार्यक्रम को कोरोना गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन करवाते हुए सम्पन्न करवाया जाएगा। उधर, राम जन्मभूमि परिसर में कोरोना केस मिलने के बाद अब प्रशासन विशेष तौर सतर्कता बरत रहा है। रोजाना यहां तैनात पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों की कोरोना चेकिंग की जा रही है।
बताया गया कि अब राम जन्मभूमि परिसर जिन लोगों को काम पर लगाया गया है उनकी भी जांच करवाई जा रही है। कार्यक्रम की जितने लोगों को आमंत्रित किया गया है। उनको बैठने की जो व्यवस्था जो बनाई जा रही है उसमें एक दूसरे की बीच की दूरी कम से कम 2 मीटर रखी जाएगी। सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। डीएम ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर जाने वालों की जांच के बाद ही इंट्री मिलेगी। उन्हें सैनिटाइज की गई गाड़ियों में ही भीतर ले जाया जाएगा।