मुंबई । मशहूर गायिका लता मंगेशकर और आशा भोंसले के भतीजे गायक-संगीतकार बैजू मंगेशकर का कहना है कि मंगेशकर परिवार में पैदा होने के कारण संगीत के प्रति रूचि और अनुशासन की भावना खुद-ब-खुद मिली है।
उन्होंने बताया, “एक बच्चे के तौर पर मैंने कभी महसूस नहीं किया कि लता बुआ एक स्टार हैं क्योंकि घर पर वह बहुत सादगी से रहती थीं। निश्चित रूप से, उनके स्टारडम के बारे में हमें तब समझ आया जब हम उनके साथ अंतर्राष्ट्रीय दौरों पर गए। संगीत (संगीत), सुर (धुन), कला – इसका हमने बचपन से अभ्यास किया है और बचपन से ही यह हमारा दूसरा स्वभाव बन गया। हम समझने लगे कि गायक के रूप में जब हम संगीत सीखना शुरू करते हैं तो सही नोट को हिट करना कितना मुश्किल होता है।”
उन्होंने संगीतकारों के पहले परिवार के घर में पलने-बढ़ने को लेकर आगे कहा, “हमारे घर में संगीत पूजा है, यह बहुत पवित्र चीज है। यदि आप लता बुआ और आशा बुआ को जानते हैं, तो आप जानते होंगे कि कैसे हर गीत के साथ, वे संगीत-संगीतकार और गीतकार समेत अन्य लोगों को याद करते हैं।”
प्रसिद्ध संगीतकार हृदयनाथ मंगेशकर के बेटे बैजू कहते हैं, “हम आज संगीतकारों और लेखकों को श्रेय देने के बारे में बात करते हैं, लेकिन वे हर बार उनके नामों का उल्लेख करके ऐसा करती रही हैं।”
लता बुआ के साथ एक अमेरिकी दौरे को याद करते हुए बैजू ने बताया, “वहां लता बुआ ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गा रही थीं और मैं कोरस में बच्चों के साथ गा रहा था। मैं मंच के कोने से देख रहा था कि कैसे उनकी चुंबकीय आवाज से पूरे दर्शक रोमांचित थे। वाकई जब लता बुआ और आशा बुआ गाती हैं तो उनके सामने बैठकर आप एक ऊर्जा महसूस करते हैं।”
बैजू ने हाल ही में अपना नया एल्बम ‘विदिन यू’ रिलीज किया है, इससे पहले 2014 में उन्होंने लता मंगेशकर के साथ अपना सूफी एल्बम ‘या रब्बा’ रिलीज किया था।