लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हसनगंज में दो दोस्तों के बीच हुए विवाद में शनिवार देर रात आशुतोष नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 12 घंटे के बाद भी आरोपी दोस्त जय सिंह पुलिस की पकड़ से दूर है। घटना के बाद आरोपी दोस्त भाग निकला था। शुरुआती जांच में पता चला कि जय सिंह डराने के लिए तमंचा लाया था।
घटना के बाद आरोपी ने भाभी को फोन करके बताया था कि गलती से गोली चल गई। आशुतोष के पिता ने बताया वह प्राइवेट जॉब करता था। घटना के बाद पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा पीड़ित परिवार से देर रात मिलने पहुंचे।
एडीसीपी उत्तरी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आशुतोष और उसका दोस्त राका उर्फ जय सिंह शनिवार शाम करीब 7.30 बजे एक मेडिकल स्टोर पर मुलाकात करने पहुंचे थे। दुकान पर दोनों बात कर रहे थे। आसपास के लोगों का कहना है कि अचानक दोनों तेज आवाज में बात करने लगे और देखते ही देखते राका ने मेडिकल स्टोर के अंदर आशुतोष को गोली मार दी।
पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया मामला आपसी विवाद का लग रहा है। दोनों के बीच विवाद किस बात को लेकर हुआ, यह आसपास के लोगों को भी जानकारी नहीं है। यहां तक आशुतोष के पिता रमेश चंद्र को भी इस बात की जानकारी नहीं है। गोली मारने वाले और अन्य एक मौजूद युवक की तलाश की जा रही है। पकड़े जाने के बाद विवाद और हत्या की असली वजह का पता चलेगी।
आशुतोष ने 7 दिन पहले जय सिंह को गली का गुंडा कहा था
पुलिस की जांच में पता चला कि जय सिंह आशुतोष को डराने के लिए तमंचा लेकर आया था। करीब 7 दिन पहले आशुतोष और जयसिंह के बीच विवाद हुआ था। तब उस दिन जयसिंह ने शराब पी रखी थी और आशुतोष ने जय सिंह को गली का गुंडा कहा था। जय सिंह इस बात से चिढ़ गया था। जय सिंह ने उस दिन ही सोच लिया था कि अब आशुतोष को ठीक कर दूंगा। इसलिए शनिवार को तमंचा लेकर आया था। करीब 20 मिनट तक तमंचा सटाकर आशुतोष को डराता रहा। इसी बीच गोली चल गई।
वहीं यह भी जानकारी मिली कि गोली चलने के बाद भागे आरोपी जय सिंह ने अपनी भाभी को फोन कर बताया कि गोली गलती से चल गयी, जानबूझकर नहीं मारा। फिलहाल, पुलिस ने मामले में आशुतोष त्रिवेदी के भाई की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया है।
आपराधिक छवि का है आरोपी, दुकान पर शराब पार्टी करता था
आशुतोष के पिता रमेश चन्द्र ने बताया कि खदरा के काव्या मेडिकल स्टोर पर जय सिंह उर्फ राका अक्सर नए नए लड़कों को बुलाकर शराब पिलाता है। जय सिंह और वीरू सिंह का अक्सर इलाके में लोगों से मारपीट करता है। कुछ दिन पहले भी आशुतोष से उसका किसी बात पर झगड़ा हो गया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जय सिंह अपराधी छवि का है, जो नशे की हालत में कई लोगों से मारपीट कर चुका है। पुलिस से कई बार शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। अक्सर लड़कों के साथ शराब पार्टी करता था। दुकान पर भी लगवाता था जिससे स्थानीय लोग परेशान रहते थे।