मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का जवान विकास सिंघल छत्तीसगढ़ के सुकमा में IED (इंप्रोवाइस एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट की चपेट में आने से शहीद हो गया। विकास CRPF 208 कोबरा बटालियन में डिप्टी कमांडर के पद पर तैनात थे। शहादत की खबर मिलने के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
शहीद का पार्थिव देह मंगलवार को पैतृक गांव लाया जाएगा। पिता वीरेंद्र सिंघल को बेटे की शहादत पर गर्व है। उन्होंने कहा कि अभी मैंने एक बेटा देश पर न्योछावर किया है। मौका मिला तो मैं अपने और दो बेटे भी देश सेवा के लिए कुर्बान कर सकता हूं।
2010 में भर्ती हुए थे विकास
नई मंडी थाना क्षेत्र के गांव पचेंडा कला निवासी विकास सिंघल 2010 में CRPF में भर्ती हुए थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव पचेंडा कलां से करने के बाद मुजफ्फरनगर के देव इंटर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी। विकास ने 3 वर्ष तक देव इंटर कॉलेज में बतौर प्रोफेसर के पद पर तैनात रहे।
उसके बाद उन्होंने भारतीय सेना में जाने का फैसला लिया था। वर्तमान में उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के सुकमा में थी। विकास सिंघल ने 10 वर्ष पूर्व मुजफ्फरनगर निवासी एक युवती से प्रेम विवाह किया था। उनके एक साल का बेटा और 4 वर्षीय बेटी है। छह माह पहले विकास छुट्टी पर घर आए थे। एक माह परिवार के साथ वक्त बिताकर अपनी पोस्ट पर लौट गए थे।
पिता वीरेंद्र सिंघल मुजफ्फरनगर के दतियाना इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर तैनात हैं। उन्होंने कहा कि मेरे चार बच्चे हैं। जिसमें तीन लड़के हैं। विकास मंझला बेटा था। उसकी शहादत पर मुझे गर्व है। अभी मैंने एक बेटा देश पर कुर्बान किया है। जरूरत पड़ी तो दो बेटे भी देश सेवा के लिए कुर्बान कर सकता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने शहीद के घर पहुंचकर 50 लाख की आर्थिक सहायता दी।
सर्चिंग के दौरान हुई घटना
रविवार को विकास अपने साथी जवानों के साथ सर्चिंग पर निकले थे। कोबरा बटालियन की यह टीम पालोड़ी में तैनात है। जवानों की टुकड़ी एरिया डोमिनेशन के लिए रवाना हुई थी। आसपास के इलाके में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान कासाराम गांव के पास जवानों की नजर नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए IED पर पड़ी। इसे नक्सलियों ने जवानों पर अटैक के मकसद से प्लांट किया था।