लखनऊ। मऊ से बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश वापस लाने की कवायद चल रही है। लेकिन, उससे पहले मुख्तार अंसारी की अवैध एम्बुलेंस लेकर पुलिस बाराबंकी पहुंच गई है। एम्बुलेंस को पुलिस लाइन में खड़ा किया गया है। इस केस में मुख्तार को 120B का आरोपी बनाया है। सूत्रों की मानें तो इस केस पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव गृह से रिपोर्ट तलब की है।
मऊ से गिरफ्तार गुर्गे का हुआ मेडिकल
फर्जी दस्तावेजों पर एंबुलेंस के संचालन प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने सोमवार को मऊ पुलिस की मदद से एक आरोपी को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सराय लखनी थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव निवासी राजनाथ यादव पुत्र फुलेश्वरी यादव के रुप में हुई। पुलिस ने मंगलवार को उसका मेडिकल कराया है। कई अन्य की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है।
एम्बुलेंस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉक्टर अल्का राय के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने डॉक्टर राय से पूछताछ की। उनके बयान के आधार पर ही राजनाथ यादव को पकड़ा गया। राजनाथ यादव पर एम्बुलेंस के कागजात पर डॉक्टर अल्का राय से हस्ताक्षर और फाइनेंसर को मिलवाने का आरोप है। इसके बाद पुलिस ने मुख्तार को 120B, 506, 177 भादवि व CLA एक्ट का भी अभियुक्त बनाया है। इस केस में शेषनाथ राय, मुजाहिद व अन्य का नाम कूटरचित दस्तावेज तैयार कराने में सामने आया है।
जांच में फर्जी मिले थे एम्बुलेंस के दस्तावेज
बुधवार को मुख्तार अंसारी को एक यूपी के बाराबंकी नंबर (UP 41 AT 7171) की एम्बुलेंस से मोहाली कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद रविवार रात रूपनगर जिले में रोपड़ जेल से 15 किमी दूर चंडीगढ़-नांगल हाइवे पर एक सड़क के किनारे ढाबे के पास लावारिस हालत में मिली।
बाराबंकी परिवहन विभाग व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तावेजों की पड़ताल की गई। इसमें पाया गया कि परिवहन विभाग में मऊ स्थित श्याम संजीवनी हॉस्पिटल का लेटर और डॉक्टर अलका राय का वोटर कार्ड लगाया गया था। लेकिन, रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट व मकान का पता फर्जी पाया गया। इसके बाद बाराबंकी के ARTO ने डॉक्टर अलका राय के नाम नगर कोतवाली में IPC की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 की धाराओं में दर्ज कराया।