जयपुर। प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बाद अब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के वफादार विधायकों के साथ ही सीएम अशोक गहलोत के करीबी विधायक भी उनकी जैसी ही तान छेड़ रहे हैं। पायलट खेमे की तरह अब गहलोत खेमे ने भी मंत्रिमण्डल विस्तार को लेकर आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है।
राजस्थान की करौली सीट से विधायक लखन सिंह ने अब मंत्रिमण्डल विस्तार को लेकर आवाज मुखर की है। उन्होंने रविवार को अपने एक बयान में कहा है कि कैबिनेट का विस्तार होना चाहिए क्योंकि इससे सरकार की दक्षता में सुधार होगा और काम पूरा करने में मदद मिलेगी।
सिंह ने कहा है कि “कुछ विभाग अब पूरी तरह से सरकारी अधिकारियों पर निर्भर हैं। अगर इन विभागों को मंत्री मिल जाते हैं, तो वे बेहतर तरीके से काम करेंगे, उचित निगरानी होगी और विकास होगा। उन्होंने कहा, ‘सरकार से उम्मीदें लगाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की इच्छा पूरी होनी चाहिए।’ उल्लेखनीय है कि करौली सीट से प्रतिनिधित्व करने वाले सिंह सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल होने वाले बसपा के छह विधायकों में से एक हैं।
वर्चुअल बैठक में बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक करेंगे चर्चा
उल्लेखनीय है कि मंत्रिमण्डल विस्तार को लेकर अब गहलोत खेमा पर लगातार अपनी बात रख रहा है। बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों ने इस विषय को लेकर बात करने के लिए बैठक करने का भी फैसला लिया है। इन छह विधायकों में से एक और राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने टीओआई को बताया कि छह में से पांच विधायक सोमवार को जयपुर में बैठक करेंगे।
भरतपुर के नगर विधायक वाजिब अली, जो वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में हैं, उनके फोन या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हम सभी मुख्यमंत्री के साथ हैं। गुढ़ा ने कहा कि लखन सिंह ने कैबिनेट विस्तार की मांग की है, जो सही है, लेकिन यह कब और कैसे होना चाहिए, यह सीएम का विशेषाधिकार है।
त्री गर्ग के ट्वीट ने निकाले जा रहे है सियासी मायने
इधर प्रदेश में मची इस सियासी हलचल पर देर रात तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने भी एक ट्वीट कर तंज कसा है। जानकारों का कहना है कि उन्होंने हिंदी की एक कविता ट्वीट कर सरकार के खिलाफ होने वालों को संदेश दिया है। मंत्री गर्ग ने अपनी कविता में लिखा है “ये मौसम ही है ऐसा, आतुर हैं परिंदे ,घोंसले बदलने के लिए। उल्लेखनीय है कि गर्ग के इस ट्वीट को सियासी हलचल से जोड़कर देखा जा रहा है।
पायलट खेमा भी कर रहा है मंत्रिमण्डल विस्तार की मांग
आपको बता दें कि जहां अब गहलोत खेमे के विधायकों की ओर से भी मंत्रिमण्डल विस्तार को लेकर बात कही जाने लगी है। वहीं पायलट खेमा लगातार सरकार के कामकाज और मंत्रिमण्डल विस्तार ना किए जाने पर सवाल उठा रहा है। इसी क्रम में पायलट खेमे के झुंझुनू विधायक बृजेंद्र सिंह ओला ने भी रविवार को कैबिनेट विस्तार की मांग की। ओला ने कहा, “पांच साल तक हमने पायलट के साथ संघर्ष किया।
हम किसानों और आम आदमी के पास गए और उनसे वादा किया कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है, तो सत्ता में उनकी हिस्सेदारी होगी। सरकार बनी हम विधायक भी हैं। लेकिन काम नहीं हो रहा है, कार्यकर्ताओं का क्या कहें?, वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में हम मूक दर्शक नहीं बने रह सकते।”
इधर पायलट खेमे के ही सीकर के श्रीमाधोपुर विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि “मांगों पर एक प्रारंभिक निर्णय पार्टी के हित में होगा। लोग बेचैन हो रहे हैं, ऐसे में जल्द फैसला होना चाहिए।
फोन टैपिंग ने बढ़ाया विवाद
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट की ओर से बीते कुछ दिनों पहले नाराजगी दिखाने और अब उनके दिल्ली जाने के बाद जहां सियासी हलचले तेज थी। वहीं एक दिन पहले पायलट खेमे के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी की ओर से अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाने के बाद सियासी पारा और उफान पर गया है।
जहां इस पूरे मामले में सरकार अपने से ही घिरती नजर आ रही है। वहीं प्रदेश बीजेपी से लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तक इस पूरे मामले पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं