नई दिल्ली। दुनिया के अधिकांश देशों में कोरोना टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चल रहा है, बावजूद इसके कोरोना पर नियंत्रण होता नहीं दिख रहा है। बीते अप्रैल-मई में भारत में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने खूब तबाही मचाई थी। भारत में ही सबसे पहले कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पाया गया था। अब तो यह दुनिया के कई देशों में पहुंच गया है। इसकी वजह से दुनिया भर के देशों की चिंता बढ़ गई है।
डेल्टा वेरिएंट के डर से कई देशों में कोरोना प्रतिबंध लौट आया हैं। कई रिपोर्टों में दावा किया गया कि यह वेरिएंट इतना खतरनाक है कि इस पर वैक्सीन भी असर नहीं करती है। इसीलिए लोग और डरे हुए हैं लेकिन इस संकट के बीच जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को बेअसर करने में असरदार है।
कंपनी ने कहा है कि इसकी सिंगल डोज वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वेरिएंट और अन्य वेरिएंट पर असरदार है। कंपनी ने यह भी कहा कि इनका टीका वायरस से टिकाऊ सुरक्षा प्रदान करता है।
अमेरिक बेस्ड कंपनी ने अपने बयान में कहा कि इसकी कोविड -19 वैक्सीन लेने वाले लोगों ने डेल्टा सहित सभी वेरिएंट के खिलाफ कम से कम आठ महीने के दौरान मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी पैदा की हैं।
बयान में आगे कहा गया है कि हमारा टीका कोरोना वायरस पर 85 प्रतिशत प्रभावी है और यह अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने और वायरस से होने वाली मौतों को रोकने में भी मदद कर सकता है।
जॉनसन एंड जॉनसन के अनुसंधान प्रमुख मथाई मैमेन ने कहा, हमारा आठ महीनों तक अध्यन किया गया डेटा दिखाता है कि जॉनसन एंड जॉनसन का सिंगल डोज टीका शरीर में मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है, जो आगे जाकर कम नहीं होती है।”
कंपनी का दावा है कि उसकी सिंगल डोज वाली वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट को बेअसर करने में असरदार है। इतना ही नहीं टीका इस वेरिएंट और दूसरे प्रचलित वेरिएंट के खिलाफ मजबूती से लगातार लड़ती है।
कंपनी के मुताबिक वैक्सीन लेने के 29 दिनों के भीतर डेल्टा वेरिएंट को बेअसर कर दिया, और इससे मिलने वाली सुरक्षा समय के साथ बेहतर हो गई।
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने पीयर रिव्यू से पहले वेबसाइट बायोरेक्सिव पर प्रीप्रिंट के रूप में डेटा जमा किया है। कंपनी ने कहा कि उसकी कोविड -19 वैक्सीन शॉट ने पहली खुराक के 29 दिनों के भीतर डेल्टा वेरिएंट को बेअसर कर दिया और सुरक्षा पैदा हो गई और समय के साथ यह बेहतर हो गई।