वॉशिंगटन। दुनिया में एक और महामारी की आंशका जताई जा रही है। ऐसे इस लिए कह कर रहे हैं क्योंकि इसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। दरअसल अमेरिका के पूर्वी और दक्षिणी इलाकों में रहस्यमय बीमारी से हजारों की तादाद में तिलियर, नीलकंठ जैसे पक्षी मर रहे हैं। पक्षियों का इस तरह से मरना एक महामारी के रूप में ले सकता है। अनहोनी के डर से अब वन्यजीव वैज्ञानिक इस बीमारी के कारणों का पता लगाने में जुट गए हैं। हालत यह है कि कई पक्षियों की आंख पपड़ीदार हो गई है। उनके चेहरे पर सूजन है और कई उड़ नहीं पा रहे हैं।
मई में पक्षियों में बीमारी का चला था पता
बताया जा रहा है कि वन्यजीव अधिकारियों को मई के महीने में अमेरिका के वॉशिंगटन, वर्जीनिया, मेरीलैंड और पश्चिमी वर्जिनिया से पक्षियों के बीमार होने और मरने की सूचना मिली थी। यूएसजीएस के मुताबिक अभी तक पक्षियों के मरने का कोई ठोस कारण नहीं मिला है। जीव विज्ञानियों को आशंका है कि हजारों की तादाद में पक्षी न्यू मैक्सिको में खाना नहीं मिलने कारण अब तक मर चुके हैं। यह पक्षी एक जगह से दूसरी जगह पर जा रहे थे।
जांच के लिए भेजे गए शव
उधर, केंटुकी में वन्यजीव विभाग लोगों से यह पूछ रहा है कि क्या उन्होंने बीमार या मरे हुए पक्षियों को देखा है। उन्होंने कहा कि तिलियर और नीलकंठ के अलावा अन्य प्रजातियों के पक्षियों की भी मौत हुई है। कई पक्षियों के शव को जांच के लिए भेजा गया है।
8 लोगों की हो चुकी है मौत
यूएसजीएस ने कहा कि पक्षियों के साथ जमा होने और नहाने से यह बीमारी एक से दूसरे में बढ़ सकती है। लोगों से अपील की है कि वे पक्षियों को तब तक न खिलाएं जब तक कि मौतों का सिलसिला रूक नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि पक्षियों को छूने से लोग बचें। इससे पहले अमेरिका के सीडीसी ने चेताया था कि कई राज्यों में पक्षियों से जुड़ी बीमारी फैली है। इसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी।