लखनऊ। हाल के दौर में केंद्रीय गृह मंत्री सहित मंत्रीगण, मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता मर्यादित भाषा से फिसलकर गाली गलौज, अमर्यादित भाषाओं का सार्वजनिक मंचों पर खुला प्रदर्शन कर रहे हैं। इस तरह के आचरण से साधारण जन में राजनीति के प्रति और उसके गिरते स्वरूप के प्रति गहरी चिंता व्याप्त हो गई है। यह बातें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार “अनजान” ने कहीं हैं।
अतुल कुमार अनजान ने सभी राजनीतिक दलों से नियंत्रित भाषा का प्रयोग करने का आह्वान किया। हाल ही में एक राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने देश के वरिष्ठ नेता उत्तर प्रदेश के तीन बार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और अभी गंभीर रूप से अस्वस्थ मुलायम सिंह यादव के संबंध में “अब्बा जान” जैसे शब्दों का बार-बार प्रयोग कर राजनीतिक मान मर्यादा समाप्त कर दी।
अनजान ने कहा कि एक नहीं तीन बार इन शब्दों का प्रयोग कर मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के 24 करोड़ों लोगों की राजनीतिक संस्कृति का अपमान किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में निम्न स्तर के हास्य विनोद करने वाले उत्तर प्रदेश के सरकार के राज्यमंत्री राजू श्रीवास्तव ने तो भारत के राष्ट्रपति को निशाना बनाकर जिन शब्दों का प्रयोग किया, इस पर तो उन्हें राष्ट्र विरोधी कानून के तहत गिरफ्तार कर जेल में डालना चाहिए।
अनजान ने कहा कि प्रदेश की सरकार और देश के प्रधानमंत्री दोनों ही खामोश रहकर इस तरह की गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। राजू श्रीवास्तव को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को तत्काल मंत्री दर्जा से हटा देना चाहिए। अब जनता में इस बात का मन घर बन रहा है कि राजनीतिक नेताओं, संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोगों, कार्यपालिका, न्यायपालिका के जजों के खिलाफ अपशब्द कहकर अपने गुस्से का प्रदर्शन किया जाए।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता अतुल कुमार “अनजान” ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों के चुनाव में अगर अपशब्दों की भरमार हो जाएगी तो यह संसदीय लोकतंत्र के लिए हिंसक रास्ता खोलेगा। इससे सभी राजनीतिक दलों को निश्चित रूप से बचना चाहिए।