चेन्नई। 1971 के भारत-पाकिस्तान वॉर के हिरो और दो पाकिस्तानी विध्वंसक और एक माइनस्वीपर पर बमबारी करने वाले कमोडोर कासरगोड पटनाशेट्टी गोपाल राव एमवीसी वीएसएम (सेवानिवृत्त) का यहां निधन हो गया। 1971 के युद्ध विजय की स्वर्ण जयंती के अवसर पर सम्मानित किए जाने के लगभग दो सप्ताह बाद रविवार को उनका निधन हुआ।
13 नवंबर, 1926 को जन्मे राव को ऑपरेशन ट्राइडेंट में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
यह 4 दिसंबर, 1971 की रात थी, राव ने पश्चिमी बेड़े से संबंधित एक टास्क फोर्स का नेतृत्व किया और कराची बंदरगाह पर सफलतापूर्वक बमबारी की, जिससे बंदरगाह में तेल और अन्य प्रतिष्ठानों में आग लग गई।
कराची बंदरगाह पर बमबारी तब हुई जब भारतीय युद्धपोतों ने दो पाकिस्तानी विध्वंसक और एक माइनस्वीपर पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया।
22 जुलाई को ही यहां भारतीय सेना द्वारा आयोजित स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के अवसर पर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और दक्षिण भारत क्षेत्र के जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए अरुण द्वारा उनका अभिनंदन किया गया था।