क्या मोदी सरकार तालिबान को आतंकी लिस्ट में शामिल कराएगी?: ओवैसी

लखनऊ/अयोध्या। AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आज यूपी के दौरे पर हैं। वे आज अयोध्या के रुदौली कस्बे में अपनी चुनावी रैली करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता की। जिसमें प्रयागराज से पूर्व सांसद और बाहुबली अतीक अहमद अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने परिवार के साथ AIMIM का दामन थाम लिया।

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इस दौरान ओवैसी ने अतीक अहमद का बचाव अपने अंदाज में किया। उन्होंने कहा, 38% भाजपा विधायक पर क्रिमनल चार्ज है। 116 सांसदों पर चार्ज है। यहां तक कि उनकी सहयोगी जदयू के 81% लोगों पर क्रिमनल चार्ज हैं। मार्च में आई एक रिपोर्ट में 77 केसेस जो मुजफ्फरनगर दंगों के मामले थे वो राज्य सरकार ने वापस ले लिए। योगी खुद अपने पर लगे केस को वापस लेते हैं।

दरअसल, जिस नेता का नाम प्रज्ञा (प्रज्ञा ठाकुर) या कपिल (कपिल मिश्रा) होगा वह लोकप्रिय नेता होगा। लेकिन जिसका नाम अतीक और मुख्तार होगा, वह बाहुबली होगा। भारत के कानून के हिसाब से किसी भी केस में अतीक पर मामला साबित नहीं हुआ है।

अफगानिस्तान पॉलिसी पर ओवैसी ने उठाए सवाल
ओवैसी ने कहा कि भारत के टैक्स देने वालों के 35 हजार करोड़ रुपए सरकार ने अफगानिस्तान में लगाया। हर साल 800 से 900 अफगानिस्तान वालों को भारत में लाकर डॉक्टर इंजीनियर बनाते हैं। हमने भारत सरकार से पूछते हैं कि क्या तालिबान एक आतंकवादी संगठन है? अगर है तो भारत यूनाइटेड नेशन में कमेटी का सदस्य है, क्या वहां पर भारत उनको आतंकवादी लिस्ट में शामिल करेगा।

अयोध्या में संतों का विरोध जारी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी के कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में संतों का विरोध जारी है। इस बीच, जगदगुरु परमहंसाचार्य ने ओवैसी को लेकर एक और बड़ा बयान दिया है। परमहंसाचार्य ने कहा कि ओवैसी नफरत की राजनीति करके दूसरा जिन्ना बनना चाह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में रहकर हिंदुस्तान को गाली देना बर्दाश्त नहीं होगा। ओवैसी पाकिस्तान जाने की तैयारी कर लें। परमहंसाचार्य ने हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग भी कर डाली। बोले, हमारी सरकार से मांग है कि देश के खिलाफ आवाज उठाने वाले मुस्लिमों की नागरिकता समाप्त की जाए।

ओवैसी देश के संविधान और अदालत को नहीं मानते
जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने कहा, ओवैसी के बयान हमेशा नफरत भरे होते हैं। वे देश के संविधान और अदालत को नही मानते हैं। नफरत की राजनीति कर वे हिंदू- मुसलमान को लड़ा कर लोगों की हत्या करना चाहते हैं। ओवैसी दूसरा जिन्ना बनना चाह रहे हैं, जो असंभव है।

परमहंसाचार्य ने कहा कि भारत विरोधी मुसलमानों की नागरिकता खत्म करके उनको पाकिस्तान या बांग्लादेश भेजा जाना चाहिए। बंटवारा हुआ तो सारे मुस्लिमों के लिए पाकिस्तान बना। हिंदुस्तान में रहकर हिंदुस्तान को गाली देना हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। ओवैसी पाकिस्तान की तैयारी कर लें।

इकबाल अंसारी ने भी निशाना साधा
बाबरी के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी ओवैसी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, अयोध्या जैसा पूरी दुनिया में कोई जगह नही हैं। ये धर्म की नगरी अयोध्या है जिसका नाम लेने से लोगों के पाप धुलते हैं। अयोध्या की जगह फैज़ाबाद लिखकर ओवैसी हिंदू-मुस्लिम चाल चल रहे हैं। उन्होंने इसे सुधार कर बेहतर काम किया।

अंसारी ने कहा, ‘अयोध्या को भूलने वाले को ऊपर वाला भी भूल जाता है। सुबह का भूला शाम को घर आए तो यह अच्छी बात है। मुसलमानों से अपील है कि वे हिंदू- मुसलमानों की राजनीति से दूर रहकर अच्छे लोगों को सपोर्ट करें। ओवैसी को हैदराबाद छोड़ यूपी में राजनीति नहीं करनी चाहिए। यूपी में उनकी जरूरत नहीं है। मुसलमान होशियार है, किसको सपोर्ट करना है वह जानते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि ओवैसी यूपी में बहुत पीछे हैं’।

आज होनी है जनसभा
अयोध्या के रुदौली विधान सभा क्षेत्र में वोटर्स को अपनी ओर करने के लिए AIMIM ने आज यानी 7 सितंबर को ओवैसी का सम्मेलन है। इसी सभा को लेकर कुछ दिनों पहले पोस्टर और बैनर जारी किया गया था। इसमें जिले का नाम अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा गया था। इसी को लेकर संतों और अयोध्या के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया था।

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