बेंगलुरु। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उस दिन हलचल तेज़ थी। राजस्व खुफिया विभाग (डीआरआई) की टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी—एक हाई-प्रोफाइल तस्करी होने वाली थी। लेकिन जब शक के घेरे में आईं, तो वो कोई आम संदिग्ध नहीं, बल्कि कन्नड़ और तमिल फ़िल्मों की अभिनेत्री रान्या राव थीं।
शक की सुई कैसे घूमी?
रान्या राव की दुबई यात्राओं पर पहले से ही निगरानी थी। बीते पंद्रह दिनों में उन्होंने चार बार दुबई का दौरा किया था। हर बार, बिना किसी जांच के, वो एयरपोर्ट से बाहर निकल जाती थीं। वजह? वो खुद को एक आईपीएस अधिकारी की बेटी बताती थीं, और उनके साथ एक प्रोटोकॉल कांस्टेबल मौजूद रहता था, जो उनके लिए रास्ता साफ़ करता था।
लेकिन इस बार खेल बिगड़ गया। डीआरआई को पहले ही सुराग मिल चुका था कि उनकी वापसी पर बड़ी मात्रा में गोल्ड स्मगलिंग होने वाली थी। जैसे ही वो एयरपोर्ट पर उतरीं, अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया और जब तलाशी हुई, तो जो सामने आया, उसने सबको चौंका दिया—14.8 किलो सोने के बार एक स्पेशल बेल्ट में छुपाए गए थे, जो उनके शरीर से बंधे थे।
गिरफ्तारी और राज़फाश
जांच टीम ने तुरंत एक्शन लिया। रान्या को हिरासत में लिया गया और उनके घर की तलाशी शुरू हुई। वहां से 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। यह मामला किसी छोटे-मोटे तस्कर का नहीं था। यह एक संगठित अपराध का हिस्सा लग रहा था।
डीआरआई के अधिकारी इसे बेंगलुरु एयरपोर्ट पर हाल के सबसे बड़े तस्करी मामलों में से एक बता रहे हैं। इस मामले में अब तक 17.29 करोड़ रुपये के सामान जब्त किए जा चुके हैं।
कौन है रान्या राव?
रान्या का नाम कन्नड़ फ़िल्म इंडस्ट्री में जाना-पहचाना था। साल 2014 में फ़िल्म “माणिक्य” से उन्होंने अपनी पहचान बनाई थी। तमिल फ़िल्म “वागह” और कन्नड़ फ़िल्म “पटकी” में भी वो मुख्य भूमिका में नजर आई थीं। लेकिन बीते कुछ सालों से वो इंडस्ट्री से दूर थीं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि रान्या, कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रमुख रामचंद्र राव की बेटी हैं। उनके पिता ने मीडिया से कहा कि उन्हें अपनी बेटी के व्यापार या गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
क्या ये अकेली साजिश थी या बड़े नेटवर्क का हिस्सा?
जांच में यह सामने आया है कि रान्या का दुबई से बार-बार आना-जाना सिर्फ निजी यात्रा नहीं थी। वो इस तस्करी नेटवर्क का सिर्फ एक हिस्सा थीं, या शायद कोई बड़ा नाम?
डीआरआई और पुलिस अभी इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। क्या इसके पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय गैंग काम कर रहा है? क्या रान्या के पति का भी इसमें कोई हाथ है?
इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक पुलिस और डीआरआई ने जांच और तेज कर दी है। कई सवाल अभी भी हवा में हैं—क्या यह सिर्फ रान्या की हरकत थी, या किसी बड़े रैकेट का हिस्सा?
जांच जारी है। पर्दे के पीछे छिपे चेहरे जल्द ही बेनकाब होंगे।