नई दिल्ली। भीषण गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान के कारण न केवल जनमानस समस्त पशु-पक्षी भी व्याकुल है। लू के थपेड़े झेल रहे देश के अधिकतर हिस्से के लोगों के लिए राहत भरी खबर आखिर आ गई है। लू का सितम अब लगभग खत्म हो गया है। मौसम बुधवार रात से ही सुहाना बना हुआ है, गुरुवार को कई जगहों पर हुई बारिश ने और ठंडक कर दी है। इस पूरे महीने अब लगभग ऐसा ही मौसम रहेगा, फिर एक जून से मॉनसून केरल में दस्तक दे देगा।
नॉर्थ और मध्य भारत में 28 से 31 मई के बीच बारिश का अनुमान है। वहीं ईस्ट और नॉर्थईस्ट इलाकों में इस महीने भारी बारिश का अनुमान है। इसमें असम और बंगाल शामिल हैं। साउथ और ईस्ट कोस्ट के इलाकों में केरल समेत बाकी जगहों पर भारी बारिश का अनुमान। इसके बाद 1 या 2 जून को मॉनसून केरल में दस्तक दे देगा। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तेज हवाओं के साथ-साथ इस महीने बारिश के भी आसार। मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा के गुड़गांव में शुक्रवार और शनिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश भी होगी। इससे तापमान में और कमी आएगी। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी 30 मई तक बारिश हो सकती है।
भारत जैसे कृषि प्रधान देश के लिए मानसून बेहद जरूरी है। अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा कृषि आधारित है। देश में आधे से ज्यादा खेती सिंचाई के लिए बारिश पर ही निर्भर होती है। चावल, मक्का, गन्ना, कपास और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए बारिश बेहद जरूरी होती है।
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू है। इस वजह से एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में शुमार भारतीय अर्थव्यवस्था इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रही है। हर साल मौसम विभाग दीर्घावधि अनुमान दो चरणों में जारी करता है। पहला अनुमान अप्रैल तो दूसरा अनुमान जून में जारी किया जाता है। इसके लिए स्टेटिसटिकल एनसेंबल फोरकास्टिंग सिस्टम और ओशन एटमॉस्फिरिक मॉडलों की मदद ली जाती है। 1961 से 2010 के दौरान देशभर में हर साल औसतन 88 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
28 से 31 मई के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। साथ में 30-31 मई को केरल और लक्षद्वीप में भी भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने त्रिपुरा और मिजोरम में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश और असम तथा मेघालय में तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिन तक पश्चिम बंगाल में बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया। बंगाल के कुछ दक्षिणी जिलों में आसमान में बादल छाए हुए थे और रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण बंगाल के उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम वर्धवान, मुर्शीदाबाद और बीरभूम जिलों में शनिवार तक तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने और बारिश की संभावना है। हवाओं की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।