एनआईए ने लश्कर की जासूस को पकड़ा, भारत में महिला जासूसों के नेटवर्क का भंडाफोड़

– 26/11 मुंबई ब्लास्ट के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और पाकिस्तान के अन्य आतंकियों के संपर्क में थी युवती

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच दल (एनआईए) ने भारत में महिला जासूसों के नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की एक 22 वर्षीय़ महिला जासूस तानिया प्रवीण को हिरासत में लिया है।यह महिला पाकिस्तान में अन्य आतंकियों के संपर्क में थी। उसे भारतीय सिम दिया गया था और वह व्हाट्सएप समूहों के माध्यम से भी यहां संपर्क संभाल रही थी।

एनआईए सूत्रों के मुताबिक, 22 वर्षीय तानिया प्रवीण को कुछ सप्ताह पहले खुफिया एजेंसियों ने हिरासत में लिया था। वह कई सिम कार्ड का उपयोग कर पाकिस्तान में बैठे 26/11 मुंबई ब्लास्ट के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और अन्य आतंकिया के संपर्क में थी। प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख ने उसे कई दिशा-निर्देश भी दिए हैं। एनआईए उन सारी बातों का पर्दाफाश करने में लगी है।

सूत्रों का दावा है कि आईएसआई खूबसूरत तानिया प्रवीण का आतंकी नेटवर्क और संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने के लिए उपयोग कर रहा था। एनआईए ने तानिया को 10 दिन की हिरासत में लिया है। आतंकवाद निरोधक जांच एजेंसी की एक टीम कोलकाता कार्यालय में इस बीच उससे पूछताछ करेगी।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्‍तान लंबे समय से भारत में खुफिया जानकारियों को हासिल करने के लिए हनी ट्रेप का सहारा ले रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को समय-समय पर इसकी जानकारी भी मिली है और ऐसे कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है जो इस हनी ट्रेप के चक्‍कर में फंसकर भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्‍तान को पहुंचाते हैं। उसी कड़ी में माहिला जासूस तानिया की हिरासत राष्ट्रीय जांच एजेंसी के लिए एक बड़ी कामयाबी है।

सूत्रों के अनुसार, प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख ने एक बड़ी साजिश के तहत तानिया प्रवीण को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास बदुरिया के एक सरकारी कॉलेज में भर्ती कराया था। यहां उस पर एक साल तक कड़ी निगरानी रखी गई।

उसके बाद जासूसी नेटवर्क चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तानिया प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के लिए देश में काम कर रही थी। चूंकि इस मामले में अभी जांच चल रही है, इसलिए आगे की और जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है।

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