हाथरस। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए उत्तर प्रदेश के हाथरस पहुंचे। बंद कमरे में उन्होंने लगभग एक घंटे तक पीड़िता के परिवार से बात की। इस बीच प्रियंका पीड़िता की मां के कंधे पर हाथ रखे और गले लगाते नजर आईं। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे और परिवार न्यायिक जांच चाहता है। उन्होंने डीएम को हटाने की भी मांग की। मौके पर मीडिया और सुरक्षाकर्मियों के अलावा स्थानीय लोगों की काफी भीड़ थी।
बाहर लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिसकर्मी सुरक्षा को लेकर मुस्तैद थे। उन्होंने एक चेन बनाकर रास्ता तैयार किया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मियों के पहरे में राहुल वापस चले गए। एक छोटे से कमरे में पीड़िता के परिजन और राहुल, प्रियंका और अधीर रंजन चौधरी के साथ मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, हाथरस जिले के गांव के अंदर करीब 7:30 बजे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी किशोरी की मौत के बाद पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे थे।
बंद कमरे में मुलाकात
इसके बाद दोनों ने पीड़िता के परिजन से एक कमरे के अंदर बंद होकर मुलाकात की। मुलाकात करने के बाद प्रियंका गांधी ने मृतक किशोरी की मां को अपने गले से भी लगाया इस दौरान करीब बंद कमरे के अंदर 25 मिनट तक मुलाकात और बातचीत का दौर चलता रहा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिवार से राहुल गांधी ने पूछा कि आपको लगता है कि आपको न्याय मिलेगा? इसके बाद परिवार ने कहा कि आप (राहुल गांधी) हमें न्याय दिलाइए।
प्रियंका बोलीं- अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे
पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ हैं। प्रियंका ने कहा कि जहां-जहां अन्याय होगास हम उसके खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पीड़िता का परिवार बच्ची का चेहरा तक नहीं देख पाया था। उन्होंने बताया कि परिवार की कुछ मांगे हैं। वे एक न्यायिक जांच चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा की मांग की है।
राहुल-प्रियंका के साथ कांग्रेस के 35 सांसद जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली-नोएडा फ्लाइवे (नोएडा बॉर्डर) पर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। बातचीत के बाद पुलिस ने राहुल और प्रियंका को जाने की इजाजत दे दी। इसके बावजूद कांग्रेस समर्थक हंगामा करते रहे, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
हाथरस के लिए रवाना होने से पहले राहुल ने ट्वीट किया था, ‘दुनिया की कोई ताकत मुझे पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती।’ प्रियंका ने कहा था कि अगर इस बार भी नहीं जाने दिया तो हम फिर कोशिश करेंगे।
इससे पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका को हाथरस जाते वक्त ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया गया था। दोनों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनसे कहा कि आपने धारा 188 का वॉयलेशन किया है। पुलिस ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी थी। धक्कामुक्की में वे नीचे गिर गए, और हाथ में चोट लग गई। राहुल और प्रियंका को 4 घंटे हिरासत में रखने के बाद छोड़ा गया।
राहुल ने दो ट्वीट किए
पीड़ित के गांव के बाहर पुलिस का पहरा
हाथरस जिले में धारा 144 लागू है, सीमाएं सील हैं। सरकार ने हाथरस की घटना से जुड़े थाने के पुलिसकर्मियों और आरोपियों के साथ ही पीड़ित परिवार के लोगों का भी नार्को टेस्ट कराने का फैसला किया है।
प्रियंका ने कहा- पीड़ित परिवार को कैद कर धमकियां दी जा रहीं
क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की युवती से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।