बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में बीकॉम की छात्रा के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले में अनसुलझे सवालों का जवाब तलाशने के लिए अदालत ने मुख्य आरोपी शाहिद की रिमांड अर्जी मंजूर कर ली है। दरअसल, पुलिस मुख्य आरोपी शाहिद से पूछताछ करना चाहती थी। इसलिए एडीजे एससी/एसटी कोर्ट में रिमांड की अर्जी दाखिल की थी।
अदालत ने आरोपी की 20 घंटे की पुलिस रिमांड मंजूर की है। पुलिस ने इस केस में शाहिद समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई थी दरिंदगी की बात
कोतवाली गैंसडी क्षेत्र में छात्रा के साथ दरिंदगी और उसकी मौत को लेकर कई ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब अभी तक नहीं मिल सका है। परिजन की तहरीर पर पुलिस ने नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन परिवार संतुष्ट नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ था कि छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया था।
उसके जिस्म पर बाहरी चोट के 10 निशान पाए गए थे। यह भी खुलासा हुआ कि पीड़िता की मौत लीवर के फटने और अत्यधिक रक्तस्राव से हुई थी। कितने लोगों ने उसके साथ हैवानियत को अंजाम दिया था? इसके लिए छात्रा का स्वैब टेस्ट भी कराया जा रहा है। सीओ राधारमण सिंह इस केस की जांच कर रहे हैं।
इन 4 सवालों के जवाब अभी बाकी
- छात्रा भीड़भाड़ वाले इलाके में उस कमरे तक कैसे पहुंची, जहां उसके साथ हैवानियत को अंजाम दिया गया?
- इस वीभत्स वारदात में कितने और लोग शामिल थे?
- घटना करने वाले कितने थे और घटना में किन लोगों ने सहयोग किया?
- छात्रा के शरीर पर 10 बाहरी चोट के निशान कैसे आए?
परिवार असंतुष्ट था, इसलिए रिमांड पर लिया गया
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि आरोपी शाहिद की 20 घंटे की रिमांड मंजूर हुई है। इस 20 घंटे में हम कुछ अहम सवालों के जवाब उससे मांगेंगे और यह जानेंगे कि छात्रा उस संकरे रास्ते से होते हुए घटनास्थल वाले कमरे तक कैसे पहुंची थी। सभी सवालों का जवाब शाहिद ही दे सकता है, इसलिए उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
फिलहाल अब तक चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इसके बावजूद छात्रा के परिजन कुछ असंतुष्ट नजर आ रहे थे, जिसके चलते अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और एडीजी प्रशांत कुमार आदेश पर मामले की जांच की जा रही है और जल्दी दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
जानिए कैसे हुई थी घटना?
29 सितंबर को कॉलेज में एडमिशन कराकर वापस लौट रही छात्रा का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था। उसके बाद पीड़िता को बेहोशी हालत में एक रिक्शे पर बैठाकर उसके घर भेज दिया गया था। पीड़िता के परिजन जब उसे अस्पताल ले जा रहे थे, रास्ते में ही पीड़िता ने दम तोड़ दिया था।
परिजन की तहरीर पर पुलिस ने 2 नामजद आरोपियों पर केस दर्ज कर घटना में लिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया था। पुलिस ने आधी रात जबरन पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कराया था।