हापुड़। पंचायत चुनाव के लिए तस्करी कर लाई जा रही 200 पेटी शराब को बहादुरगढ़ पुलिस ने बृहस्पतिवार की देर रात एक ट्रक से बरामद कर दो आरपितों को गिरफ्तार किया है। शराब हरियाणा से तस्करी कर लाई गई थी। जिसे बुलंदशहर जनपद क्षेत्र में बेचा जाना था। शराब तस्कर गिरोह के सदस्य शराब के पव्वों पर उत्तर प्रदेश में बिक्री का मार्का लगाकर सप्लाई करते थे। गिरोह के अन्य सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार क्षेत्र में चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि हरियाणा से ट्रक में अवैध शराब का जखीरा लेकर कुछ लोग गांव सलारपुर की ओर आ रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस ने गांव सलारपुर तिराहे के पास बेरिकेटिंग कर सख्ती के साथ क्षेत्र में चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को एक संदिग्ध ट्रक आता दिखाई दिया।
रुकने का इशारा करने पर आरोपितों ने ट्रक छोड़कर फरार होने का प्रयास किया। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए दो आरोपितों को दबोच लिया। तलाशी के दौरान ट्रक से बिना मार्का देशी शराब की 200 पेटी बरामद हुई है। जिसमें पव्वे भरे हुए थे।
पकड़े गए आरोपित हरियाणा के जनपद सोनीपत के थाना सदर क्षेत्र के गांव फतेहपुर निवासी अशोक कुमार व जनपद झज्जर के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव कनौदा निवासी रामवीर हैं। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि हरियाणा से अवैध शराब का जखीरा लेकर जनपद बुलंदशहर में बेचने के लिए ला रहे थे।
शराब तस्करों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने सोनीपत के गौहना रोड के पास एक व्यक्ति के खेत में रखी हरियाणा मार्का की शराब खरीदी थी। प्रति पेटी का सौदा दोनों पक्षों के बीच 1225 रुपए में हुआ था। इस शराब के पव्वों पर लगे हरियाणा मार्का को हटा दिया था। इसके बाद इन पव्वों पर उत्तर प्रदेश में बिक्री होने वाली देशी शराब का मार्का लगा दिया जाता।
जनपद बुलंदशहर के स्याना व गुलावठी क्षेत्र में इस धंधे से जुड़े लोगों को प्रति पेटी 2500 से 3000 रुपए में बेच दी जाती है। इसके अलावा वह कई जनपदों में मांग के हिसाब से शराब की तस्करी करते हैं। जिससे आरोपितों को अच्छा मुनाफा मिलता है।