रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक V मार्च में मांग सकती है अप्रूवल, कीमत 730 रुपए

नई दिल्ली। रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक V की भारत समेत सभी देशों में कीमत 10 डॉलर (लगभग 730 रुपए) रहेगी। भारत में इंसानों पर यह वैक्सीन अंतिम दौर के यानी फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल्स में है। मार्च में ड्रग रेगुलेटर से इमरजेंसी अप्रूवल मांग सकती है।

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इस समय भारत में दो वैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है- कोवैक्सिन और कोवीशील्ड। कोवैक्सिन को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ बनाया है। कोवीशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश फर्म एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है और भारत में इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है।

रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ किरिल दिमित्रेव ने गुरुवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी बाजारों में वैक्सीन की कीमत एक जैसी रहेगी। हमारा मानना है कि यह वैक्सीन सब तक पहुंचनी चाहिए और इसी वजह से हमने इसकी कीमत 10 डॉलर से कम रखी है। इस समय दुनियाभर में 90% से ज्यादा इफेक्टिवनेस साबित करने वाली अन्य वैक्सीन के मुकाबले यह बेहद सस्ती है। अच्छी बात यह है कि इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर किया जा सकता है जो मौजूदा सप्लाई चेन में आसानी से उपलब्ध है।

भारत में रूसी वैक्सीन को डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी विकसित कर रही है और इसके फेज-3 ट्रायल्स चल रहे हैं। दिमित्रेव का कहना है कि स्पुतनिक V ने ग्लोबल ट्रायल्स में अपनी सेफ्टी और इफेक्टिवनेस साबित की है। एडेनोवायरस प्लेटफॉर्म पर कई दशकों से वैक्सीन बन रही है और इसके लॉन्ग-टर्म साइड इफेक्ट्स भी काफी कम हैं।

इस समय मॉर्डना और फाइजर की mRNA वैक्सीन की ही इफेक्टिवनेस 90% से ज्यादा साबित हुई है। इन दोनों ही वैक्सीन की कीमत स्पुतनिक V के मुकाबले तीन गुना अधिक है। स्पुतनिक V को रूस के गामालेया इंस्टीट्यूट ने बनाया है। यह दो एडेनोवायरस वेक्टर से बनी है। कंपनी इस समय ब्रिटिश फर्म एस्ट्राजेनेका से उसकी वैक्सीन- कोवीशील्ड- के साथ कंबाइंड ट्रायल्स पर बात कर रही है।

अब तक किन देशों में मिला है अप्रूवल

दिमित्रेव ने कहा कि स्पुतनिक V को अब तक रूस, बेलारूस, सर्बिया, अर्जेंटीना, बोलिविया, अल्जीरिया, फिलिस्तीन, वेनेजुएला, पैराग्वे, यूएई, तुर्कमेनिस्तान में अप्रूवल मिल चुका है। हंगरी इसे अप्रूवल देने वाला यूरोपीय यूनियन का पहला देश बन गया है। यूरोपीय यूनियन के ड्रग रेगुलेटर से जल्द ही अप्रूवल मिल सकता है।

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