लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) प्रारंभिक अर्हता परीक्षा से पहले अपने सारे बैकलॉग खत्म कर लेना चाहता है। आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने इस संबंध में आयोग के अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। आयोग प्रत्येक 10 से 15 दिन पर एक रुके हुए भर्ती परीक्षा परिणाम जारी करना चाहता है, जिससे प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के बाद होने वाली नई भर्तियां तेजी से पूरी की जा सकें।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में करीब 10 भर्ती परीक्षाओं का परिणाम रुका हुआ है। इसके चलते पात्रों को नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं और आयोग के ऊपर भी इन भर्ती परीक्षाओं का परिणाम जारी करने का दबाव है। कोरोना संक्रमण के चलते आयोग का कामकाज भी प्रभावित हुआ है। न तो समय से परीक्षाएं हो पा रही हैं और न ही भर्ती परिणाम जारी हो पा रहे हैं। यूपी में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना साल के आखिर तक जारी होना है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी।
आचार संहिता के चलते नई भर्तियां नहीं हो पाएंगी। इसीलिए आयोग चाहता है कि रुकी हुई भर्तियां जल्द पूरी हो जाएं। इसीलिए भर्ती परीक्षा परिणाम बनाने के दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार कहते हैं कि उनका मकसद पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया को पूरा करना है। गैर विवादित भर्तियों के परीक्षा परिणाम बनवाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है, जिससे प्रारंभिक अर्हता परीक्षा से पहले सभी के परिणाम जारी किए जा सकें।