परवेज़ एनकाउंटर केस: 5 साल बाद हुआ जिले में बड़ा एनकाउंटर

गोरखपुर। गोरखपुर में रविवार को STF के एनकाउंटर में कुख्यात परवेज के ढेर होने के बाद एक बार फिर जिले के अपराधियों में हड़कंप मच गया। जिले में करीब 5 साल के बाद एक बार फिर STF ने किसी अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया। इस दौरान STF की चार गोलियां परवेज के सीने में लगीं और वह ढेर हो गया। 5 साल पहले मई 2020 में STF ने खोराबार एरिया के रामनगर कड़जहां फोरलेन के पास दो लाख के इनामी कुख्यात बदमाश धर्मेन्द सिंह को मुठभेड़ में मार गिराया था।

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2009 के बाद पुलिस ने नहीं किया एनकाउंटर

वहीं जिले में पुलिस की गोली तो आए दिन बदमाशों पर चलती है लेकिन वह गोली सिर्फ छिटपुट बदमाशों को पैरों में वह भी घुटने के नीचे ही लगती है। साल 2009 के बाद गोरखपुर पुलिस ने जिले में एक भी एनकाउंटर नहीं किया है। 2009 में सहजनवा इलाके में चार बदमाशों को सहजनवा पुलिस व एसओजी ने मार गिराया था। लेकिन इसके बाद पुलिस ने कोई एनकाउंटर नहीं किया।

फिरोज पठान व पन्ना यादव को भी STF ने किया था ढेर

दूसरी ओर STF की गोरखपुर यूनिट ने पिछले साल 2020 में गोरखपुर में भले ही कोई एनकाउंटर नहीं किया हो लेकिन बहराइच में शातिर बदमाश पन्ना यादव को जरूर ढेर किया था। इसके अलावा बस्ती जिले में भी साल 2020 में STF ने कुख्यात फिरोज पठान को मार गिराया था।

गोरखपुर के व्यापारी की हत्या की सुपारी ली थी

खान मुबारक का शूटर परवेज़ अंबेडकरनगर जिले के अलीगंज टांडा इलाके के मकदूमनगर का रहने वाला था। चर्चा है कि उसने गोरखपुर में भी किसी की हत्या करने की सुपारी ली थी। जिसके बाद एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट ने परवेज की तलाश शुरू कर दी थी। अंबेडरनगर जिले की क्राइम ब्रांच उसकी तलाश में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में छापेमारी कर रही थी। इस मामले में कई करीबियों को भी जेल भेजा गया था।

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