पंजाब विधानसभा चुनाव : शिरोमणि अकाली दल और बसपा के बीच गठबंधन का रास्ता साफ

लखनऊ। 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगा। दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारा का मामला भी सुलझ गया है। अकाली दल ने बसपा को 18 सीटें देने पर हामी भरी है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा दोनों दलों की ओर से अभी की जानी है।

Advertisement

केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर शुरू हुए किसान आंदोलन के चलते सितंबर 2020 में शिअद ने भाजपा से किनारा कर लिया था। इसके बाद शिअद दूसरे दल से राजनीतिक गठबंधन पर विचार कर रहा था। पंजाब में दलितों का करीब 34 फीसदी वोट बैंक है और शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल चुनाव जीतने के बाद दलित समुदाय से डिप्टी सीएम बनाने का एलान कर चुके हैं।

पिछले कुछ दिनों से शिअद और बसपा के नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बैठकों का दौर चल रहा था। दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेच फंसा था। शिअद, बसपा को 117 में से 18 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहा था, जबकि बसपा 37 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही थी।
कई दौर की बैठकों के बाद अब दोनों दलों में सीटों को लेकर सहमति बन गई है। शिअद की ओर से बसपा को 18 सीटें दी जाएंगी। दोनों दलों के नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार एक-दो दिन में इस गठबंधन की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।

दोआबा-मांझा में लड़ेगी बसपा
पंजाब में दोआबा और मांझा क्षेत्र में दलितों का वोट प्रतिशत अधिक है। शिअद के सूत्रों के अनुसार बसपा के हिस्से में आने वाले 18 सीटों में अधिकांश सीटें दोआबा-मांझा की होंगी। शिअद अपनी पार्टी का आकलन करने के लिए 117 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे भी करा रहा है।

जल्द लखनऊ रवाना होंगे सुखबीर
बसपा से गठबंधन को अमलीजामा पहनाने के लिए जल्द ही शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल लखनऊ रवाना होंगे। सियासी गलियारों में चर्चा है कि शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल खुद लखनऊ जाकर बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करेंगे। शिअद इस गठबंधन को लेकर काफी गंभीरता से काम कर रही है।

अक्तूबर तक चुनावी घोषणा पत्र तैयार करेगा शिअद
सुखबीर बादल ने शुक्रवार को कहा कि अकाली दल घोषणा पत्र अक्तूबर तक तैयार करेगा। शिअद अध्यक्ष ने यह घोषणा कर्मचारी नेताओं के साथ मुलाकात के दौरान की। उन्होंने कहा कि अकाली दल अपने वादे को पूरा करने में विश्वास रखता है। जैसा कि उसके नेतृत्व वाली सरकारें पहले करती रही हैं।

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी बड़े-बड़े झूठे वादे कर लोगों को गुमराह कर सत्ता हासिल करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी मोर्चा के जिला स्तरीय ढांचे की घोषणा जुलाई के अंत तक कर दी जाएगी। उन्होंने राज्य के कर्मचारियों से शिअद का समर्थन करने की अपील की और वादा किया कि अकाली दल की सरकार बनने के बाद कर्मचारी कल्याण बोर्ड के कर्मचारी नेताओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here