लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने वाला है। भाजपा ने विधान परिषद सदस्यों (MLC) को चुनावी मैदान में उतारने का बड़ा प्लान बनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर या अयोध्या की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
वहीं, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है। इसके अलावा, एमएलसी कोटे से बने कैबिनेट मंत्री को विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारियों में लगने के लिए कह दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत छह मंत्री दिल्ली प्रवास पर हैं।
अयोध्या से भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा- “यह मेरा सौभाग्य है। अपनी सीट खाली करने को तैयार हूं। 2017 से प्रतीक्षा में हूं। मैंने तो 2017 में कहा था कि जब योगी जी को विधान परिषद या विधानसभा सदस्य बनना था। अगर अयोध्या से चुनाव लड़ते हैं तो योगी जी तो यह सभी लोगों का सौभाग्य होगा।
बड़े-बड़े नेताओं की इन सीटों से चुनाव लड़ने की संभावना
- सीएम योगी आदित्यनाथ- गोरखपुर या अयोध्या विधानसभा।
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य- कौशांबी।
- डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा- लखनऊ।
- जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह- प्रतापगढ़ की कुंडा सीट।
4 मंत्री दिल्ली से लौटे
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए योगी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना है। कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, मोती सिंह, कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, मंत्री रविंद्र जायसवाल, रामाशंकर सिंह पटेल व सहयोगी दल के मंत्री जय प्रताप सिंह जैकी दिल्ली प्रवास पर शुक्रवार को मौजूद रहे। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह योगी सरकार के चार मंत्री लखनऊ लौट आए हैं।
कार्यकर्ताओं में संदेश देने की पहल
केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले के बाद यह माना जा रहा है कि भाजपा यह स्पष्ट करना चाहती है कि, बैक डोर से विधानसभा पहुंचने और सीएम, डिप्टी सीएम व मंत्री बनने से कई स्थानीय नेताओं में उत्साह कम दिखाई पड़ रहा। दिग्गजों के मैदान में उतरने से स्थानीय राजनीति में गुटबाजी खत्म हो जाएगी। सभी दिग्गज अपने चुनाव के साथ-साथ अन्य विधानसभा के चुनाव में भी कार्यकर्ताओं को जुटाने का कार्य करेंगे।