लखनऊ। करीब दो साल बाद आज से फिर लखनऊ नगर निगम सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है। इससे पहले ही समाजवादी पार्टी के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन के बाहर सपा पार्षद और गार्ड के बीच धक्का-मुक्की हुई है। इसमें कई पार्षदों के कपड़े फट गए हैं। प्रदर्शनकारी पार्षद नगर आयुक्त को हटाने की मांग कर रहे थे।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि आयुक्त की मिलीभगत से कई सरकारी जमीनों पर कब्जा हो रहा है। पार्षद जीतू यादव की अगुवाई में मोनू कनौजिया, शैलेन्द्र सिंह बल्लू समेत कई महिला पार्षद भी हंगामा करती नजर आईं।
उधर, निगम में शहर में चल रहे निजी पार्किंग संचालकों की मनमानी खत्म करने के लिए बड़ा प्रस्ताव लाया जा रहा है। अब नगर निगम भी शहर में चल रहे भी प्राइवेट पार्किंग स्थलों का रेट तय करेगी। इसका प्रस्ताव भी सदन की कार्यवाही में पेश किया जाएगा। इसके अलावा 18 अलग-अलग प्रस्तावों पर चर्चा होनी है।
सदन में चर्चा अपडेट्स…
- भाजपा पार्षद नागेंद्र सिंह चौहान ने कहा, सदन का एजेंडा कल मिला। नियम 96 घंटे पहले मिलने का है। अधिकारी की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। 989 से पार्षद हूं। लेकिन यह हाल है।
- भाजपा पार्षद रजनीश गुप्ता ने कहा, अभी तक सीवर के कनेक्शन नहीं हुए हैं। लेकिन उनको बिल भेज दिया जा रहा। शहर में ऐसे लाखों लोग हैं। सदन में पास हुआ था कि जहां कनेक्शन नहीं वहां से बिल नहीं लिया जाएगा। लेकिन बिल भेज कर उगाही का धंधा चल रहा है।
- महात्मा गांधी से कांग्रेस पार्षद अमित चौधरी ने कहा, उनके वार्ड में जब से तब से पानी की समस्या है, जब वह पार्षद भी नहीं थे। पाइप लाइन खराब हो गई है। शर्म की बात है कि हम लखनऊ को साफ पानी नहीं दे पा रहे है।
- भारतेंदु चंद वार्ड से पार्षद रानी कनौजिया ने कहा कि उनके वार्ड में 15 साल से पानी की टंकी खराब है। जर्जर हो चुकी है। उसकी वजह से आस- पास के 200 परिवार खतरे में है।
- भाजपा पार्षद राम नरेश रावत ने कहा कि, उनके वार्ड में पेयजल की व्यवस्था नहीं है। वाटर लेबल नीचे चला गया है। जिसकी वजह से हैंड पंप खराब हो गए। नगर निगम सीमा में 88 गांव शामिल हुए हैं। 30 साल से जो इलाके नगर निगम में शामिल वहां कुछ नहीं है तो 88 गांव में कैसे होगा। कम से कम पहले पुराने इलाके तो सही करा दिया जाए। मेयर से कहा कि आप को बदनाम किया जा रहा। BJP को बदनाम किया जा रहा। हम चुनाव में कैसे जाएंगे?
- भाजपा पार्षद कुमकुम राजपूत ने कहा कि जनता के बीच जाकर हम पार्षद गाली खाते हैं। घरों में सीवर का पानी आ रहा है। अधिकारी जवाब नहीं देते है। वह कुछ नहीं करते है। अगर हम जनता के लिए कुछ नहीं करते हैं तो सदन और हमारा यहां होना बेकार है।
- कांग्रेस पार्षद ममता चौधरी ने कहा कि जल निगम क्या हमारे अंडर में आता है। अगर नहीं तो हम क्या बात कर रहें। नगर आयुक्त ने कहा कि हमारे अंडर में नहीं आता। हम उनके लोगों से बात करते है।

तीन सत्र में 118 सवाल करेंगे
पार्षदों की नाराजगी का आलम यह है कि तीन सत्र को मिलाकर पार्षद 118 सवाल करेंगे। इसमें सड़क, सीवर, नाली, स्ट्रीट लाइट, जमीनों पर अवैध कब्जा, पिछली योजनाओं में करोड़ों खर्च होने के बाद कोई काम न होना, सफाई कर्मचारियों को लेकर कोई स्पष्ट आदेश न होने जैसे महत्वपूर्ण सवाल है। 60% से ज्यादा मामले पहली या दूसरी बार पार्षद बने लोग उठाएंगे।
इसमें संतोष राय, जीतू यादव, अरविंद यादव, हर्षित दीक्षित, अमित चौधरी, राघव राम तिवारी, नेहा सौरभ सिंह, राम नरेश रावत, प्रदीप कुमार शुक्ला, मोनू कनौजिया ने सभी सत्र में सवाल पूछे हैं। उसके अलावा पुराने लोगों में ममता चौधरी, रजनीश गुप्ता, राजेश मालवीय से सवाल उठाए हैं। गिरीश मिश्रा और रेशू जैसे सबसे पुराने पार्षदों के पास जनता को लेकर कोई सवाल नहीं है।
यह प्रस्ताव पास हो सकते हैं
सदन में जो प्रस्ताव पास होंगे, उसमें सबसे जरूरी प्राइवेट स्थानों पर भी पार्किंग चलाने से पहले नगर निगम की एनओसी लेने का प्रस्ताव प्रमुख है। इसमें पार्किंग शुल्क भी नगर निगम की तरफ से ही निर्धारित होगा। संचालकों को शौचालय, पेयजल तथा बैठने के लिए टीन शेड और कुर्सी का इंतजाम करना होगा। कर्मचारियों को ड्रेस और फोटो पहचान पत्र देना होगा। इसके साथ ही रसीद पर पार्किंग मालिक का नाम, पता, वाहन नंबर, वाहन खड़ा करने का समय और मोबाइल नंबर लिखना होगा।
पार्किंग का प्रस्तावित रेट
गाड़ी | शुल्क |
ट्रक व बस | 100/- |
कार व जीप | 50/- |
थ्री व्हीलर | 30/- |
बाइक, स्कूटी | 10/- |
साइकिल | 5/- |
18 एजेंडे पर होगी चर्चा
सदन में 18 प्रस्तावों पर चर्चा होगी। इसमें पार्किंग शुल्क के अलावा विकास नगर के सेक्टर 11 के मिनी स्टेडियम, मौलवीगंज स्थित अमीनाबाद इंटर कॉलेज के 3 दुकान बनाने, लखनऊ सीमा में प्रवेश के सभी मार्ग पर ओवरहेड स्ट्रक्चर का निर्माण कराकर उस पर नगर निगम आपका स्वागत व आगमन के लिए धन्यवाद का साइन बोर्ड लगाने, स्टेडियम और सड़कों का नामकरण समेत कई मुद्दे शामिल हैं।