लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्मारक घोटाला की जांच पड़ताल हो रही है। इसमें पूछताछ के लिए बसपा सरकार में मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा को विजिलेंस की टीम द्वारा नोटिस दिया गया था, लेकिन दूसरी बार भी वह मौके पर बयान दर्ज करवाने नहीं पहुंचे।
बीमारी का बताया कारण
पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने विजिलेंस के सामने बीमारी का हवाला देते हुए कहा कि वह खराब सेहत के कारण बयान दर्ज करवाने नहीं आ पा रहे हैं। दरअसल मंगलवार को विजिलेंस की टीम ने स्मारक घोटाला मामले में बाबू सिंह कुशवाहा को बुलवाया था, लेकिन वह खुद मौके पर नहीं पहुंचे। उनकी मेडिकल रिपोर्ट भेज दी गई, जिसमें खराब सेहत की बात कही गई थी। इसके साथ ही पूर्व मंत्री द्वारा 15 दिनों की मोहलत भी मांगी गई है। अब एक बार फिर विजिलेंस की तरफ से उन्हें नोटिस देने की योजना बनाई जा रही है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी से हुई पूछताछ
यूपी स्मारक घोटाला मामले में पूर्व सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा को विजिलेंस की टीम ने तलब किया था। जिसमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी पहुंचे और उनसे पूछताछ की गई। उनका बयान भी दर्ज करवाया गया, अब बयान के आधार पर आगे की जांच पड़ताल टीम द्वारा की जा रही है। जबकि बाबू सिंह कुशवाहा लगातार इससे दूर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि मायावती के मुख्यमंत्री रहते लखनऊ और गौतम बुद्ध नगर जिले में स्मारक और पार्क बनाने का काम किया गया था। इस दौरान कई तरह की अनियमितता और गड़बड़ी सामने आई। जिसे बाद की सरकारों ने जांच पड़ताल के अंदर डाल दिया। अब इसी मामले में मंत्री रहे दो लोगों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक 199 आरोपित लोगों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की गई है।