नई दिल्ली। दिल्ली में अच्छी नौकरी दिलाने का सपने दिखा नाबालिग लड़कियों की तस्करी करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच की टीम ने भंडाफोड़ कर झारखंड की पांच नाबालिग लड़कियों को बचाया है। गिरोह में शामिल महिला तस्कर पूनम मरांडी और दो अन्य आरोपितों को क्राइम ब्रांच की टीम ने पांच नवंबर को गिरफ्तार किया था।
बुधवार को उनकी निशानदेही पर क्राइम ब्रांच, झारखंड पुलिस, मिशन मुक्ति फाउंडेशन, झारखंड भवन के रेस्क्यू आपरेशन और रेस्क्यू एंड रिलीफ फाउंडेशन की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से पांच नाबालिग लड़कियों को बचाया है। क्राइम ब्रांच के अनुसार, पांच नवंबर को सूचना मिली थी कि झारखंड से नाबालिग लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर पूनम मरांडी दिल्ली लाती है और उनकी तस्करी करती है।
कहां की रहने वाली हैं सभी लड़कियां?
सूचना झारखंड पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम ने शकूरपुर में छापा मारकर तस्करी में शामिल आरोपित महिला पूनम मरांडी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने नाबालिगों की तस्करी का जुर्म स्वीकार लिया। जांच करने पर पता चला कि वह पिछले साल भी मानव तस्करी के मामले में जेल जा चुकी है। आरोपित महिला ने बताया था कि वह झारखंड से कई नाबालिग लड़कियों की तस्करी कर चुकी है।
काम करते हुए क्राइम ब्रांच के एसीपी अरुण चौहान, इंस्पेक्टर मनोज दहिया, नरेंद्र गुलिया और विमला देवी, मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार, रेस्क्यू फाउंडेशन से अक्षय पांडे, सिद्धांत घोष, झारखंड भवन के नोडल आफिसर नचिकेता और राहुल कुमार की टीम ने मंगलवार को छापेमारी करते हुए ईस्ट पटेल नगर से तीन और अशोक विहार और पीतमपुरा से एक-एक नाबालिग लड़कियों को बचाया। सभी लड़कियां झारखंड के साहिबगंज की रहने वाली थीं।
पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि उन्हें पूनम मरांडी नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाई थी और उन्हें घरेलू सहायिका के रूप में काम पर लगा दिया गया।उन्होंने बताया कि उन्हें काम के पैसे भी नहीं दिए जाते थे, उनके पैसे पूनम लेती थी। उन्हें कम से कम दो साल से अधिक समय से घरेलू सहायिका के रूप में काम पर रखा गया था। लड़कियों में से एक चार साल से काम कर रही थी। उन्होंने पुलिस से वापस घर जाने की इच्छा व्यक्त की।
12 वर्षों से तस्करी में शामिल थी महिला
जांच में पता चला कि पूनम मरांडी 12 वर्ष से झारखंड से नाबालिग लड़कियों की तस्करी और उन्हें एनसीआर क्षेत्र में काम पर रखने में शामिल है।वह एनसीआर में कई लड़कियों की तस्करी कर चुकी है। पुलिस उससे पूछताछ कर अन्य नाबालिग लड़कियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। फिलहाल, बचाई गई नाबालिग लड़कियों को मेडिकल जांच के बाद शेल्टर होम भेज दिया गया है।