गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर में रुद्राभिषेक किया। मानवता की रक्षा और कोरोना से मुक्ति की कामना की। मठ पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्तिमंदिर में रुद्राभिषेक कराया। इस दौरान सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा गया। करीब दो घंटे चला यह अनुष्ठान शुक्ल यजुर्वेद संहिता के अष्टाध्यायी के आठों अध्यायों के पाठ के महामंत्रों द्वारा सम्पन्न कराया गया।
गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित शक्ति मंदिर में भगवान शिव का महाभिषेक कर उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही मानव जाति के कल्याण, उद्धार, समृद्धि और शांति की प्रार्थना की। बता दें कि कोरोना महामारी में लगे पूर्णबन्दी की वजह से 60 दिन गोरक्षपीठ से दूर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार शाम गोरखपुर पहुंचे थे। यहां गोरखनाथ मंदिर में सामाजिक दूरी के साथ उनकी मैराथन बैठकों का सिलसिला रात 09 बजे तक चला था।
इन बैठकों में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंदिर प्रबंधन, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय की बैठकें भी जारी रहीं। शनिवार को भोर में सीएम मठ से बाहर आए। उन्होंने गुरु गोरखनाथ एवं अखण्ड ज्योति का पूजन किया। उसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर गए। उनका आशीर्वाद लिया। वहां से मुख्यमंत्री मंदिर परिसर स्थित गोशाला गए।
वहां उन्होंने करीब 30 मिनट का समय गुजारा। गोशाला की देखभाल करने वाले सेवकों से बातचीत की। गोशाला की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। गायों को गुड़ चना खिलाकर अपने स्वान से मिले। उसके बाद मठ में लौट गए। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए होली के समय अपने प्रवास में रुद्राभिषेक किया था।
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