पटना। बिहार में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह आज तय हो सकता है। NDA विधायक दल की अहम बैठक जारी है। पर्यवेक्षक के तौर राजनाथ सिंह, बिहार में भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव मौजूद है। बैठक में नीतीश को NDA विधायक दल का नेता चुन लिया गया है।
शनिवार को सुशील कुमार मोदी ने दिल्ली में पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी। नीतीश के डिप्टी कौन और कितने होंगे, इसकी भी घोषणा होने की संभावना है। इसके बाद नीतीश राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सोमवार को शपथ ग्रहण की संभावना है।
अपडेट्स…
- भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह अपनी मां पुतुल देवी के साथ पहुंची। पुतुल देवी ने बेटी के मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि ये पार्टी का फैसला होगा। श्रेयसी प्रतिभा की धनी है और मेरी समझ से उसे मौका मिलना चाहिए।
- भाजपा नेता प्रेम कुमार ने कहा कि मेरी डिप्टी सीएम बनने की कोई इच्छा नहीं है, बस प्रधानमंत्री का सपना पूरा करना है।
- NDA की बैठक से पहले जदयू की बैठक भी हुई। इसमें नीतीश को विधायक दल का नेता चुना गया।
इधर चर्चाओं के मुताबिक बिहार में एक बार फिर नीतीश के जोड़ीदार उपमुख्यमंत्री के रूप में भाजपा की ओर से सुशील मोदी हो सकते हैं। इससे पहले उन्हें केंद्र में भूमिका दिए जाने की चर्चा हो रही थी।
भाजपा विधायक दल की बैठक होने के बाद पार्टी ने रक्षा मंत्री और पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अधिकृत कर दिया है। हालांकि उपमुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंश बरकरार है। इससे पहले आपको बता दें कि आज होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में देरी होने की वजह से न राजनाथ सिंह शामिल हो सके और न ही देवेंद्र फडणवीस।
बैठक के बाद सभी भाजपा नवनिर्वाचित एनडीए की होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ गए। रक्षा मंत्री और पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस बैठक शामिल होंगे। विधायकों का सीएम आवास पर आने का सिलसिला जारी है।
नीतीश, सुशील और चौधरी तय तो हैं, मगर…
नीतीश कुमार मुख्यमंत्री, सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री और विजय कुमार चौधरी विधानसभा अध्यक्ष होंगे- यह तीन नाम तय माने जा रहे हैं। नीतीश का नाम NDA की ओर से, सुशील कुमार मोदी और चौधरी का नाम नीतीश की ओर से सामने आ रहा है। लेकिन बैठक में भाजपा का डिप्टी सीएम को लेकर कोई नया स्टैंड भी सामने आ सकता है।
नीतीश अपने डिप्टी सुशील कुमार मोदी को कायम रखने पर अड़े हैं, लेकिन इस पद पर भाजपा में दो नए चेहरे को लेकर चर्चा है। चर्चा तो यह भी है कि भाजपा दो डिप्टी सीएम चाह रही है। दूसरी तरफ, NDA नेताओं को महागठबंधन की ओर से हम प्रमुख जीतनराम मांझी और VIP प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर होने की जानकारी भी है। इसकी स्थिति भी बैठक में स्पष्ट होगी।
घटक दल को केंद्र का ऑफर दे सकती है भाजपा
जदयू केंद्र की NDA सरकार का हिस्सा तो है, लेकिन उसके मंत्री नहीं हैं। संभावना है कि बैठक में अगर कहीं मामला फंसा तो भाजपा घटक दल को केंद्र में सहभागिता का ऑफर दे सकती है। 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्र में एक मंत्री पद का ऑफर नीतीश ने ठुकरा दिया था।
बिहार में भाजपा के 17 और जदयू के 16 सांसद हैं, जिसके कारण नीतीश कम-से-कम तीन केंद्रीय मंत्री का पद चाह रहे हैं। नीतीश 6 सांसदों वाली लोजपा के विधानसभा चुनाव में दिखाए रवैए से खफा हैं, जिसके कारण वह लोजपा को लेकर भी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष शर्तें रख सकते हैं।
इधर राजद नेता और एमपी मनोज झा ने तंज कसते हुए कहा कि कितनी बड़ी विडंबना है कि BJP 74 सीट लाती है लेकिन CM का चेहरा नहीं है उनके पास, मिल भी नहीं रहा है, खोजना भी नहीं चाह रहे हैं, बड़ा दवाब है! तो 40 सीट वाले को CM पद का उम्मीदवार चुनेंगे। 4 सीट HAM और VIP की है।
इस विडंबना का अनफोल्डिंग आगे कैसे होगा, हमें इंतज़ार है। इससे पहले उन्होंने कहा कि कुछ दिन इंतज़ार कीजिए 40 सीट लाकर के जनता द्वारा खारिज कर देने के बाद अगर कोई व्यक्ति विशेष मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है तो ये ख्वाब बिहार को नहीं पच रहा।