-योगी सरकार में पहली बार धान बेचने वाले किसानों को 72 घंटे के अंदर मिला 10.24 करोड़ रुपये का भुगतान
-बुन्देलखंड के सभी जनपदों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प अब होने लगा साकार
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण काल में बुन्देलखंड क्षेत्र में 1081 किसानों ने समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 5478.94 एमटी धान बेचा है। योगी आदित्याथ की सरकार में पहली मर्तबा किसानों को 10-24 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया है। इससे किसान खुश है। सर्वाधिक धान की खरीद बुन्देलखंड क्षेत्र के चित्रकूट धाम मंडल बांदा में हुयी है।
वीरभूमि बुन्देलखंड क्षेत्र में कुछ दशक पहले किसान धान की फसल बहुत ही कम करते थे। लेकिन अब कुछ सालों से यहां किसानों ने धान की फसल से आर्थिक निर्भरता की ओर कदम बढ़ाये है। हमीरपुर जनपद में ही सैकड़ों की संख्या में किसानों ने इस बार धान की रोपाई की। जबकि बांदा में सर्वाधिक किसानों ने धान की फसल खेतों में उगाई है। सरकार ने भी धान का समर्थन मूल्य अबकी बार 1868 रुपये कुंतल रखा है। पिछले माह की 24 तारीख से पूरे प्रदेश में धान की खरीद करने का अभियान चलाया जा रहा है जो 28 फरवरी 2021 तक चलेगा।
हमीरपुर में धान की खरीद के लिये दो क्रय केन्द्र खोले गये हंै। राठ और सुमेरपुर मंडी समिति में एक-एक क्रय केन्द्र धान खरीद के लिये संचालित किये जा रहे है। वहीं चित्रकूट में 3 व बांदा में 8 क्रय केन्द्रों में धान की खरीद हो रही है। बुन्देलखंड क्षेत्र के झांसी में 3 व जालौन में 1 क्रय केन्द्र संचालित है। समूचे क्षेत्र में 16 क्रय केन्द्रों में इन दिनों धान की खरीद चल रही है।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी बृजेश कुमार यादव ने बताया कि पहली मर्तबा इस जनपद में धान की खरीद हो रही है। सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये धान का समर्थन मूल्य 1868 रुपये निर्धारित किया है जिस पर किसानों को 72 घंटे के अंदर भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद के हमीरपुर तहसील क्षेत्र में 479 किसानों ने धान बेचने के लिये पंजीयन कराया है जिनमें 101 किसानों का धान खरीदने के लिये सत्यापन कराया जा चुका है। राठ में 17, सरीला में 19 तथा मौदहा तहसील क्षेत्र में 47 किसानों का पंजीयन धान खरीद के लिये हुआ है।
उन्होंने बताया कि जिले में शुरू में किसान धान की खेती कम करते थे लेकिन इस बार यहां किसानों ने मोटा धान (कामन) का उत्पादन किया है। खेतीबाड़ी से जुड़े तमाम लोगों ने बताया कि किसानों की आमदनी दोगुनी करने की सरकार की मंशा अब यहां साकार हो रही है। पूर्व की सरकार में कभी भी यहां धान की खरीद सरकारी स्तर पर नहीं हुयी लेकिन अब इस वर्ष किसानों को सरकारी क्रय केन्द्रों में धान बेचने का मौका मिला है।
चित्रकूट धाम मंडल में सर्वाधिक हुई धान की खरीद
चित्रकूटधाम मंडल में धान की खरीद सर्वाधिक हुयी है। चित्रकूट में ही 963.94 एमटी धान की खरीद हुयी वहीं 196 किसानों को 72 घंटे के अंदर 1.80 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। बांदा में 734 किसानों समर्थन मूल्य पर 3611.60 एमटी धान बेचा है जिस पर 6.74 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान किया गया है। हमीरपुर में अभी तक 58 किसानों ने 274.96 एमटी धान बेचा है। जिसमें किसानों को 51.36 लाख रुपये का भुगतान मिला है। महोबा में धान की उपज न होने से खरीद नहीं हुई।
झांसी मंडल में सबसे कम हुई धान की खरीद
बुन्देलखंड के झांसी मंडल में इस बार सबसे कम धान की खरीद हुयी है। इस मंडल में 1200.00 एमटी धान की खरीद का लक्ष्य है जिसमें अभी तक सिर्फ 628.98 एमटी धान की खरीद हो सकी। जालौन में चार किसानों ने समर्थन मूल्य पर 20.00एमटी धान बेचा जिस पर उन्हें 37.36 लाख रुपये का भुगतान किया गया जबकि झांसी में 89 किसानों को 608.98 एमटी धान समर्थन मूल्य पर बेचने में 1.14 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान किया गया है। इस मंडल में ललितपुर जनपद में धान की खरीद नहीं हो सकी।
पहली बार किसानों को उम्मीद से ज्यादा मिला उपज का दाम
किसान नेता भगवानदास दीक्षित ने बताया कि जनपद में किसान धान की उपज करते थे तब बाजार में बिचैलिये औने पौने दाम में धान खरीदते थे। राठ क्षेत्र में ही धान की खरीद शुरू होने से पहले कुछ किसानों का धान एक हजार रुपये कुंतल में बिका लेकिन जैसे ही धान खरीद क्रय केन्द्र खुला तो किसानों को धान बेचने पर समर्थन मूल्य 1868 रुपये मिला। किसान सुरेश शुक्ला व चन्द्रपाल लोधी ने बताया कि भाजपा की सरकार में किसानों को उपज का सही दाम मिल रहा है। किसान अब आत्मनिर्भर बन रहे है।
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