निराशा और कुप्रबंधन से भरा रहा मोदी 2.0 सरकार का पहला कार्यकाल : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष को असीम पीड़ा का वर्ष करार दिया है।  प्रमुख विपक्षी पार्टी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के बीते एक वर्ष को ‘बेबस लोग, बेरहम सरकार’ के नारे से संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस ने बिंदुवार केंद्र सरकार की विफलताओं का खांका खींचा।

Advertisement

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते एक वर्ष निराशा, कुप्रबंधन एवं असीम पीड़ा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सातवें वर्ष की शुरुआत में देश ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा है, जहां जनता सरकार के दिए अनगिनत घावों व निष्ठुर असंवेदनशीलता की पीड़ा सहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह सालों में देश में भटकाव की राजनीति एवं झूठ की पराकाष्ठा केंद्र की मोदी सरकार की पहचान बन गई। अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के चक्कर में इस सरकार ने देश को सामाजिक व आर्थिक क्षति पहुंचाई है।

वेणुगोपाल ने कहा कि ‘विकास’ बनाम ‘वूडू मोदीनॉमिक्स’ की वास्तविकता जनता के सामने आ गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने काल्पनिक विकास के लिए ‘60 साल बनाम 60 महीने’ का नारा लगाया था। प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था लेकिन 2017-18 में पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर रही। रेटिंग एजेंसियों ने वित्तवर्ष 2020-21 में नकारात्मक जीडीपी दर का अनुमान दिया।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के छह सालों में 32,868 ‘बैंक फ्रॉड’ हुए, जिनमें देश के खजाने को 2,70,513 करोड़ रुपये का चूना लगा। इतना ही नहीं इस केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के समय लोगों को राहत पहुंचाने के बजाय  मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, जतिन मेहता, विजय माल्या आदि के 68,607 करोड़ रुपये के लोन को राईट ऑफ कर दिया। राहत के नाम पर 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई लेकिन वास्तविकता में यह किसानों-मजदूरों एवं लघु व मध्यम उद्योगों के साथ छलावा है।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी और फिर लॉकडाउन, ये सारे फैसले बिना सोचे विचारे लिए गए, जिसका परिणाम देशवासियों के लिए विनाशकारी साबित हुआ। सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में आई यह सरकार देश को सामान्य रूप से चलाने की एक छोटी सी उम्मीद भी पूरी करने में विफल रही। यह सरकार के खाते में उपलब्धि के नाम पर सिर्फ शून्य है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here